डिसेंट्रलाइज्ड ऑटोनॉमस ऑर्गनाइजेशन्स (DAOs) पारंपरिक गवर्नेंस संरचनाओं का एक विकेन्द्रीकृत विकल्प प्रदान करते हैं, लेकिन वोटर टर्नआउट की कमी, बड़े टोकन धारकों का प्रभाव और निर्णय पक्षाघात जैसी चुनौतियों से जूझते हैं। गवर्नेंस मामलों में इनकी स्केलेबिलिटी और केंद्रीयकरण की समस्याएं समाधान की मांग करती हैं।