Crypto Credit Score ब्लॉकचेन पर आधारित एक नई तकनीक है जो क्रिप्टो लेन-देन के आधार पर स्कोर निर्धारित करता है।
DeepSeek के AI विकास ने टेक दिग्गजों की स्थिति को चुनौती दी, कम संसाधनों के साथ परिणाम हासिल करके क्रिप्टो और टेक मार्केट्स में हलचल मचाई।
Tether के CEO Paolo Ardoino ने क्वांटम कंप्यूटिंग से Bitcoin की सुरक्षा को खतरा बताया, मगर उन्होंने मौलिक संरचना के परिवर्तन को नकारा।
भारत सरकार से AI रेगुलेशन की मांग, DeepSeek AI के चैलेंज के बाद डेटा सेफ्टी और प्राइवेसी के लिए स्ट्रांग रूल्स आवश्यक।
DeepSeek AI, एक नई चीनी स्टार्टअप ने अपने किफायती और प्रभावी AI मॉडल DeepSeek-V3 के जरिए ग्लोबल मार्केट को हिला दिया है। इसका लॉन्च होने के बाद क्रिप्टो और स्टॉक मार्केट में भारी गिरावट आई।
डोनाल्ड ट्रम्प के मेमेकॉइन लॉन्च से क्रिप्टो में रुचि बढ़ी, "How To Buy Crypto" सर्च में उछाल, गूगल ट्रेंड्स पर।
Google और Apple ने अपने App Stores से Huione Group से जुड़े कई Crypto Apps हटाए, जिससे यूजर्स में पैनिक फैल गया है। यह कदम गैरकानूनी गतिविधियों से जुड़े होने के आरोपों के कारण उठाया गया।
Coinbase, ai16z, और Google के AI विशेषज्ञों ने Aiccelerate नामक एक DAO लॉन्च किया है। इसका उद्देश्य क्रिप्टो और AI के संगम में नवाचार को सामने लाना है। Aiccelerate बढ़ते प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट करेगा और क्रिप्टो AI का विकास करेगा।
Elon Musk की xAI का Grok AI इमेज डिकोडिंग के लिए अपडेट हुआ। अब वीडियो गेम और मेडिकल रिकॉर्ड एनालाइज करता है। OpenAI और Google Gemini से मुकाबला करेगा।
भारत सरकार ने Google और Facebook के साथ साझेदारी कर साइबर फ्रॉड से लड़ने की कोशिश की है। I4C की मदद से, ये कंपनियाँ संदिग्ध ऐप्स और फिशिंग लिंक पर काबू पा रही हैं।
Solana के डेवलपर ने दावा किया कि ब्लॉकचेन ने क्वांटम प्रतिरोध हासिल कर लिया है, संभावित खतरों से सुरक्षा के लिए। यह क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए मील का पत्थर हो सकता है, खासकर जब क्वांटम कंप्यूटिंग से सुरक्षा की बात हो। अन्य ब्लॉकचेन भी सुरक्षा के प्रयास में जुटे हैं।
Google ने नया AI एजेंट Mariner पेश किया, जो Gemini 2.0 पर आधारित है। Mariner वेबसाइट्स ब्राउज़ कर सकता है और ऑनलाइन शॉपिंग कर सकता है। अहम् खासियतों के साथ, यह AI विकास में Google की महत्वाकांक्षाओं को दर्शाता है, हालांकि कुछ रेगुलेटरी और तकनीकी चुनौतियाँ मौजूद हैं।
सुंदर पिचाई ने ChatGPT के AI में Google जैसी भूमिका संभव होने की चिंता जताई। 2025 तक Google को तेजी से प्रोडक्ट्स लाने पर जोर देना होगा।
Microsoft अब OpenAI पर निर्भरता घटाकर अपने AI मॉडल्स पर फोकस कर रहा है। कंपनी 365 Copilot में नए Internal और Third-Party AI Models इंटीग्रेट कर रही है।
Google अपने सर्च इंजन में नया AI Mode जोड़ने की तैयारी में है जिससे ChatGPT और Perplexity जैसे AI चैटबॉट्स को चुनौती दी जा सके। यह कदम Google के AI Chatbots की लोकप्रियता बढ़ाने और सर्चिंग को स्मार्ट बनाने के उद्देश्य से लिया गया है।